पथरी (अश्मरी) यूरिन सिस्टम में बनने वाला एक कठोर पदार्थ है जो खनिजों और नमक के जमा होने से बनता है। यह किडनी, यूरेटर या ब्लैडर में कहीं भी हो सकती है। आयुर्वेद में इसे “अश्मरी” कहा जाता है जो वात, पित्त और कफ दोष के असंतुलन से पैदा होती है।
पथरी के प्रमुख लक्षण (Symptoms of Kidney Stone)
- पेट या कमर में तेज दर्द (कॉलिक पेन)
- यूरिन करते समय जलन और दर्द
- यूरिन में खून आना
- बार-बार यूरिन आने का एहसास
- उल्टी या जी मिचलाना
पथरी के कारण (Causes of Kidney Stone)
- कम पानी पीना
- ज्यादा नमक या प्रोटीन वाला भोजन
- मोटापा
- यूरिन इंफेक्शन
- कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट
आयुर्वेदिक इलाज के 3 स्तर (3 Levels of Ayurvedic Treatment)
1. स्तर 1: साधारण आयुर्वेदिक डॉक्टर (शुरुआती पथरी)
दवा का नाम | रूप | खुराक | समय | अवधि | अनुपान (साथ में) |
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गोक्षुर चूर्ण | चूर्ण | 3-6 ग्राम | भोजन के बाद, दिन में 3 बार | 2-3 हफ्ते | पानी के साथ |
पुनर्नवादि चूर्ण | चूर्ण | 2-3 ग्राम | भोजन के बाद, दिन में 3 बार | 2-3 हफ्ते | पानी के साथ |
पाशानभेद चूर्ण | चूर्ण | 3-6 ग्राम | भोजन के बाद, दिन में 3 बार | 2-3 हफ्ते | पानी के साथ |
गोक्षुरादि गुग्गुलु | गोली | 1-2 गोली | भोजन के बाद, दिन में 3 बार | 2-3 हफ्ते | पानी के साथ |
2. स्तर 2: छोटे अस्पताल (मध्यम पथरी – 5mm तक)
दवा का नाम | रूप | खुराक | समय | अवधि | अनुपान (साथ में) |
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चंद्रप्रभा वटी | गोली | 1-2 गोली | भोजन के बाद, दिन में 2-3 बार | 2-3 हफ्ते | गर्म पानी के साथ |
गोक्षुरादि कषाय | काढ़ा | 12-24 मिली | भोजन के बाद, दिन में 2 बार | 2-3 हफ्ते | – |
वरुणादि घृत | घी | 5-10 ग्राम | भोजन के बाद | 2-3 हफ्ते | गर्म पानी के साथ |
3. स्तर 3: बड़े अस्पताल (गंभीर पथरी – 5mm से बड़ी)
दवा का नाम | रूप | खुराक | समय | अवधि | अनुपान (साथ में) |
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अश्मरीहर कषाय | काढ़ा | 12-24 मिली | भोजन के बाद, दिन में 3 बार | 2-3 हफ्ते | – |
पुनर्नवादष्टक कषाय | काढ़ा | 12-24 मिली | भोजन के बाद, दिन में 3 बार | 2-3 हफ्ते | – |
चंद्रप्रभा वटी | गोली | 1-2 गोली | भोजन के बाद, दिन में 2 बार | 2-3 हफ्ते | गर्म पानी के साथ |
पथरी के प्रकार के अनुसार विशेष इलाज
पथरी का प्रकार | दवा का नाम | रूप | खुराक | अनुपान |
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वातज पथरी | पुष्करमूल चूर्ण | चूर्ण | 3-5 ग्राम | घी के साथ |
पित्तज पथरी | पित्तज मोदक | गोली | 1-2 गोली | शर्करा के साथ |
पथरी में क्या खाएं और क्या न खाएं?
क्या खाएं (पथ्य आहार) | क्या न खाएं (अपथ्य आहार) |
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नारियल पानी, जौ का पानी | ज्यादा नमक, चाय-कॉफी |
खीरा, तरबूज, अनार | प्रोसेस्ड फूड, कोल्ड ड्रिंक्स |
मूंग दाल, हरी सब्जियां | मांस, मसालेदार भोजन |
पथरी से बचाव के 5 आसान उपाय
- रोज 8-10 गिलास पानी पिएं
- नींबू पानी और जौ का पानी पीएं
- नमक कम खाएं
- नियमित व्यायाम करें
- यूरिन को ज्यादा देर तक न रोकें
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1. क्या पथरी बिना ऑपरेशन ठीक हो सकती है?
A: हां, 5mm तक की पथरी आयुर्वेदिक दवाओं से निकल सकती है।
Q2. पथरी का दर्द कितने दिन में ठीक होता है?
A: 2-3 दिन में दर्द कम हो जाता है, लेकिन पूरी तरह ठीक होने में 2-4 हफ्ते लग सकते हैं।
Q3. क्या पथरी दोबारा हो सकती है?
A: हां, अगर पानी कम पिएं और गलत खानपान रखें तो फिर से हो सकती है।
निष्कर्ष
आयुर्वेद में पथरी का प्राकृतिक और सुरक्षित इलाज मौजूद है। सही दवा, आहार और जीवनशैली से आप पथरी से छुटकारा पा सकते हैं। अगर आपको पथरी के लक्षण दिखें तो तुरंत आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
👉 ध्यान दें: यह जानकारी सामान्य शिक्षा के लिए है। किसी भी दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह से ही करें।